15 अन ज्यूँई हारई जणा ईसू ने देक्या, तो वे अचम्बा में वेग्या अन नमस्कार करबा ने वाँका दयने दोड़्या।
पतरस, याकूब अन यहुन्ना ने भी वो आपणी लारे लेग्यो। वो घणो दकी अन परेसान वेरियो हो।
पछे जदी वे कबर में गी, तो वाँकाणी देक्यो एक मोट्यार धोळा-फट गाबा पेरिया जीमणा पाल्ड़े बेटो हे, तो वे दरपगी।
पछे वीं मोट्यार वाँने क्यो, “दरपो मती, थें ज्यो ईसू नासरत नगर को रेबावाळो हो, जिंने थाँ होदरी हो, जिंने हूळी पे चड़ायो हो, वो जीवतो वेग्यो हे। वो अटे कोयने हे। ईं जगाँ ने देको, जटे वींने मेल्यो हो।
तो पछे वणा वाँने पूँछ्यो, “थें वाँकाऊ कसी बात पे भेजा-मारी कररिया हो?”
जदी ईसू देक्यो, मनकाँ की भीड़ वाँका उपरातळी पड़री ही, तो वाँकाणी हुगली आत्माने हुकम दिदो, “हे छोरा ने बेरो-गूँगो करबावाळी आत्मा, मूँ थने केऊँ हूँ, ईंऊँ बारणे निकळजा अन पाच्छी ईंमें मत धसज्ये।”