12 ईसू वाँने क्यो, “हा, हारी बात ने हव करबा वाते एलियो जरुर आई। पण मनक का पूत(ईसू) के वाते यूँ काँ लिक्यो हे के, वींने घणो दुक जेलणो पेड़ी अन मनक वींने नकार देई?
वीं टेमऊँ ईसू आपणाँ चेला ने बतावा लागो, “जरूरी हे के, मूँ यरूसलेम जऊँ, अन मूसा का नेमा हिकाबावाळा, यहूदी नेता अन मुक्या याजकाँ का हाताऊँ नरई दुक उठाऊँ, अन मार नाक्यो जऊँ, अन तीजे दन पाछो मरिया तका मेंऊँ जी उटूँ।”
मनक का पूत ने तो मरणोइस हे, जस्यान वाँका वाते लिक्यो हे, पण ज्यो मनक का पूत ने पकड़ाई, वींका वाँते घणी दुक बात वेई। वीं मनक के वाते आ बात घणी हव वेती, जदी वो जनमई ने लेतो।”
“देको, आपीं यरूसलेम जारिया हाँ। मनक का पूत ने (ईसू) धोकाऊँ पकड़न मुक्य याजकाँ अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा ने हूँप देई अन वीं वींने मोत को दण्ड देन, ज्यो यहूदी ने हे वाँने हूँप देई।