9 वटे लगे-भगे च्यार हजार मनक वेई। पछे ईसू वाँने हिक दिदी।
तद्याँ ईसू भीड़ ने छोड़न घरे पराग्या अन वाँका चेला वाँका नके आन क्यो, “चारा की केणी को अरत माँने हमजा।”
अन वीं जट आपणाँ चेला की लारे नाव में बेटन दलमनूता नाम का परदेस में पराग्या।
मनक खाणो खान धापग्याँ अन पछे बंची तकी रोट्याँ ने भेळी करन हात ठोपला भरिया।
पसे ईसू आपणाँ बाराई थरप्या तका चेला ने एक आड़ी लेजान वाँकाऊँ क्यो, “देको, आपाँ यरूसलेम जारिया हाँ अन हारी बाताँ मूँ मनक का पूत का वाते परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा लिकी हे, वीं हारी पुरी वेई।