6 ईसू वाँने क्यो, “थाँने कपटी केन यसाया ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळे हाँचो क्यो अन लिक्यो हो, “परमेसर केवे के, ‘ईं मारो आदर होटऊँ तो करे, पण अणाको मन माराऊँ घणो छेटी राके।
यद्याँ मूँ वाँका में वीं काम ने करतो, जिंमें किदो, तो वीं पापी ने बणता। पण अबे वाँकाणी वणा कामाँ ने देक्या हे, तद्याँ भी वीं माराऊँ अन मारा बापूऊँ दसमणी किदी।
काँके मूँ थाँने ओळकूँ हूँ के, थाँ कणी तरिया का मनक हो। थाँकामें परमेसर को परेम कोयने हे।
जद्याँ वीं एक-दूजाऊँ राजी ने वेन जारिया हा तद्याँ पोलुस वाकाँऊँ क्यो, “पुवितर आत्मा यसाया जो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळे थाँका बापदादाऊँ बड़्याईस क्यो हो के,
वीं धरमीपणा को दिकावो तो करी, पण परमेसर की तागत ने ने मानी। अस्यान हिकबावाळा मनकाँऊँ खुद ने छेटी राक।
वीं परमेसर ने जाणबा को दावो तो करे हे, पण वाँका काम वाँने नकार देवे हे। वीं हूँगला अन बात ने ने मानबावाळा हे, वीं हव काम का जोगा ने हे।