32 वटे थोड़ागणा मनक ईसू का नके एक जणा ने लाया, ज्यो गूँगा अन बेरो हो। तो वणा ईसुऊँ परातना किदी के, वो वींपे आपणो हात मेले।
अन हाता-जोड़ी करन बोल्यो, “मारी फोरीक छोरी मरबा ने हे। मारी परातना हे के, थूँ मारी लारे चाल अन आपणो हात वींका माता पे मेल, जींऊँ वा हव वेजा अन मरबाऊँ बंच जावे।”
अन तरत वींका कान्दड़ा खुलग्या अन जीब की गाँठ खुलगी अन वो बोलबा लागग्यो।
पसे ईसू एक बोबड़ा मनक मूँ हुगली आत्मा निकाळी। जद्याँ हुगली आत्मा निकळगी तो बोबड़ो बोलबा लागग्यो अन लोग-बाग ओ परचो देकन अचम्बो करबा लागा।