वीं परदेसऊँ एक लुगई अई ज्या कनानी जात की ही अन वाँ कल्ड़ो हाका-भार मेलन केबा लागी, “हो परबू जी! दाऊद का पूत, मारा पे दया कर! मारी बेटी ने हुगली आत्मा घणी सता री हे।”
हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
ईं वाते अबे मसी में ने कुई युनानी कन यहूदी, खतनावाळा कन बना खतनावाळा, ने जंगली हाव-भाव, ने बना अकल अन ने गुलाम कन आजाद, रियो हे। अणामें कई फरक ने रियो हे बेस मसीइस हारोई हे अन अणा हाराई में भी वींइस हे।