7 वणा आपणाँ बाराई चेला ने बलाया अन दो-दो जणा ने बारवास में खन्दाया। वणी वाँने हुगली आत्माने निकालबा को हक दिदो।
ज्यो मारा पे विस्वास करी, वो अचम्बा का काम करी, वे मारा नामऊँ हुगली आत्माने बारणे काड़ी, अन वे नुवी-नुवी बोल्याँ बोली।
अणी बात का केड़े परबू बोईतर चेला ने त्यार किदा। ईसू जणी-जणी नगर, गाम ढाणी में जाबावाळो हो। वणामें दो-दो चेला ने आपणाँ पेल्या खन्दाया।
मूँ दो गवा ने अदिकार देऊँ वीं एक हजार दोस्ये हाठ दनाँ तईं परमेसर की बाताँ बताई। वीं बोरियाँ का गाबा पेरिया तका वेई, जीं दक ने बतावे हे।”