13 वाँकाणी नरी हुगली आत्माने बारणे निकाळी, नरई माँदा मनकाँ के जेतुन को तेल लगान हव किदा।
हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
वणा आपणाँ बाराई चेला ने बलाया अन दो-दो जणा ने बारवास में खन्दाया। वणी वाँने हुगली आत्माने निकालबा को हक दिदो।
वी बोईतर चेला खुस वेन पाच्छा आया अन बोल्या, “ओ परबुजी, थाँका नामऊँ हुगली आत्मा भी माकाँ बंस में वे जावे हे।”