जद्याँ कणी मनक में हुगली आत्मा ही, वीं ईसू ने देकती, तो वे हंगळी आत्मा वाँका हामे रेटे पड़ जाती अन ज्योर की हाका-भार करती तकी केती, “थूँ परमेसर को पूत हे।”
पण थाँ आपणाँ दसमणाऊँ परेम राको अन भलई करो, अन पाच्छा पाबा की आस ने राकन उदार दो, तद्याँ थाँने मोटो ईनाम मली अन थाँ परबू परमेसर की ओलाद केवावो, काँके परमेसर आग्या ने मानबावाळा अन पापी मनकाँ पे भी दया करे हे।
पण थोड़ाक यहूदी जाणकार, जो हरेक जगाँ जान हुगली आत्माने निकाळता हा, वीं भी ईंका वाते परबू ईसू को नाम लेता हा अन केता हा के “जणी ईसू को परच्यार पोलुस करे हे, वींका नामऊँ हुकम दूँ हूँ”।
यो मलिकिसिदक सालेम को राजा हो अन मान परमेसर को याजक हो। जद्याँ अबराम च्यार राजावाँ ने हरान पाछो आरियो हो, वीं दाण यो याजक अबरामऊँ मल्यो अन वींने आसिरवाद दिदो।
काँके परमेसर वणा हरग दुताँ ने जी पाप करिया हा, वाँने भी ने छोड़्या अन वाँने पाताळ में अंदारा की कोटड़ी में नाक दिदा हे, ताँके वीं न्याववाळा दन तईं वटे पड़्या रे।
ज्यो भी मनक पाप करतो रेवे हे, वो सेतान को हे, काँके सेतान सरुआतऊँ पाप करतो आयो हे। ईं वाते तो परमेसर को बेटो परगट व्यो, ताँके वो सेतान का कामाँ ने नास कर देवे।