17 तद्याँ वाँ मनकाँ ईसुऊँ हाता-जोड़ी करन क्यो, “माकाँ अटूँ परोजा।”
तद्याँ नगर का हाराई मनक ईसुऊँ मलबा ने आया, अन वाँने देकन अरज किदी के, “माकाँ अटूँ परोजा।”
“हे, नासरत का ईसू, थूँ मारा नकूँ कई छावे हे? कई, थूँ मारो नास करबा ने आयो हे? मूँ थाँने जाणूँ हूँ के, थूँ कूण हे, थूँ परमेसर को पुवितर मनक हे।”
अन जोरऊँ हाको करन बोल्यो, “सबाऊँ मोटा परमेसर का पूत, हे ईसू, थूँ मारा नकूँ कई छावे हे? थने परमेसर की होगन हे, थूँ मने मती हता।”
यो देकन समोन पतरस ईसू का पगा में पड़ग्यो अन वणाऊँ क्यो, “ओ परबू, माराऊँ छेटी परा जावो, काँके में थाँकी बात पे विस्वास ने किदो, मूँ पापी मनक हूँ।”
तद्याँ गरासेनिया परदेस का अड़े-भड़े का हाराई लोगाँ ईसुऊँ अरज किदी के, माकाँ अटूँ परोजा। काँके वीं घणा दरपग्या हा, ईं वाते वीं नाव में बेटन पाच्छा जाबा लागा।
अन हाकम आन वाँने हमजाया अन वाँने बारणे लेजान हाता-जोड़ी किदी अन वीं नगरऊँ जाबा ने क्यो।