30 पछे ईसू पूँछ्यो, “आपाँ कस्यान बतावा के, परमेसर को राज किंके जस्यान हे? वींने हमजबा का वाते आपाँ कस्यी केणी ने काम में लावाँ?
“मूँ ईं टेम की पीड़ी का लोगाँ ने किंका बराबर गणूँ? वीं वणा बाळकाँ का जस्यान हे, ज्यो बजारा में बेटन एक-दूजाऊँ हेलो पाड़न केवे हे के,
ईसू वाँने एक ओरी केणी हुणई, “हरग को राज वीं मनक का जस्यान हे जणी आपणाँ खेत में हव बीज वाया।
वो जमीं पे बोया तका हरूँ का दाणा का जस्यान हे, ज्यो हाराई बीजाऊँ फोरो वेवे हे।