पछे ईसू वीं जगाँ ने छोड़ दिदी अन यहूदियाँ का हिमाड़ा में यरदन नंदी का ईं पाल्डे आग्या। भीड़ च्यारूँमेरऊँ वाँका नके आबा लागी अन वो रोज उपदेस देतो, वस्यान देबा लागो।
ईसू केणी में वाँने केबा लागो, “एक मनक अंगूरा को एक बाग लगायो अन वींके च्यारूँमेर हड़ो किदो। पछे अंगूरा को रस निकाळबा के वाते गाणी अन रुकाळी का वाते डागळो बणायो, अन हिंजारिया ने हिजारे देन जातरा पे परोग्यो।
आपणाँ उपदेस में वे क्यो, “मूसा का नेमा ने हिकाबावाळाऊँ हूँस्यार रेणो। वाँने आपणाँ जब्बा पेरन अटने-वटने गूमणो हव लागे हे। अन वीं छावे के, बजार में दूजाँ लोग माने नमस्कार केवे।