15 अन वाँका नके हुगली आत्माने बारणे निकाळबा को हक हो।
हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
वणा मूँ वणा बारा जणा ने थरप्या अन वाँने “थरप्या तका” केन बलाया, काँके वीं वींका लारे रेवे अन वो वाँने हक का हाते खन्दावे, ताँके वीं परच्यार करे,
ईं बाराई जणा हा, समोन (जिंने वणा पतरस नाम दिदो।)