15 ईंका केड़े जद्याँ ईसू अन वाँका चेला लेवी का घरे खाणो खारिया हा, तद्याँ नरई चुंगी लेबावाळा अन पापी भी वाँकी लारे खाणो खारिया हा अन वे हंगळा वाँका पाछे-पाछे आया हा।
जद्याँ मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा ज्यो फरीसी हा वणा देक्यो के, ईसू चुंगी लेबावाळा अन पापी लोगाँ के लारे खाणो खारिया हे, तो वाँका चेलाऊँ क्यो, “ईसू चुंगी लेबावाळा अन पापी लोगाँ की लारे खाणो काँ खावे हे?”
जद्याँ ईसू थरप्या तका चेला का हाते मंगराऊँ उतरन छापर में आया, तद्याँ वटे वाँका चेला की मोटी भीड़ ही। अन वटे वाँने हुणबा अन आपणी बिमारियाँऊँ हव वेवा का वाते नरई मनक भेळा व्या, ज्यो सूर अन सेदा का समन्द कनाराऊँ अन यहुदया अन यरूसलेमऊँ आया हा। अन हुगली आत्माऊँ हताया तका लोग-बाग भी हव करिया जाता हा।