7 अबाणू थें जावो अन वींका चेला अन पतरस ने को के, ‘वो थाँकाऊँ पेल्याँईं गलील में जा पूग्यो हे। जस्यान वणी थाँने क्यो हो, वो थाँने वटे मली।’”
पण मूँ आपणाँ जी उठबा का केड़े थाँकाऊँ पेल्याँ गलील परो जाऊँ।
तद्याँ ईसू वाँने क्यो, “दरपो मती। मारा भायाँ ने जान केवो के, वीं गलील परा जावे, वीं मने वटेईस देकी।”
अन जट जावो अन वींका चेलाऊँ केवो के, ‘वो मरिया तका मूँ जी उट्यो हे, अन वो थाँका हाराऊँ पेल्या गलील जावे हे, वटे वींको दरसण पावो!’ देको, में थाँकाऊँ के दिदो, वींने आद राकज्यो।”
पण, जीवतो वेबा के केड़े मूँ थाँकाऊँ पेल्याँई गलील परो जाऊँ।”
पछे वींका हारई चेला वींने छोड़न भागग्या।
दरप अन अचम्बा में डूबी तकी लुगायाँ कबर पूँ बारणे निकळन भागी। वाँ किंनेई कई बात ने बतई ही, काँके वीं घणी घबरई तकी ही।
अणा बाताँ का केड़े ईसू खुद तिबिरियस नाम का समन्द का कनारे आपणाँ चेला के हामे परगट व्या अन आ बात अस्यान वीं।
अन पछे जो भी मनक गलीलऊँ यरूसलेम तईं वींकी लारे आया हा, वाँका हामे वो नरई दनाँ तईं परगट व्यो। वीं अबे मनकाँ में वींकी गवई हे।
अन वो केफा ने दिक्यो अन वींके केड़े वीं बाराई खन्दाया तका चेला ने दिक्यो।
पण थाँ तो वींको उल्टो करो, वीं मनक ने माप कर दो अन वींकी हिम्मत बड़ावो के, वो भी आगे जा सके जणीऊँ वीं दुक मेंईस ने डूब्या रेवे।