2 पिलातुस वींने पूँछ्यो, “कई, थूँ यहूदियाँ को राजा हे?” ईसू जबाव दिदो, “अस्यान थूँ केरियो हे।”
“यहूदियाँ को राजा, ज्यो जनम्यो हे वो कटे हे? काँके माँकाणी उगमणी दसा में वींको तारो देक्यो अन वींने नमस्कार करबा ने आया हा।”
पण, पिलातुस लोगाऊँ पाछो पूँछ्यो, “जिंने थें यहूदियाँ को राजा केवो, वींको मूँ कई करूँ बतावो?”
पछे वींकी रोळ करबा के वाते नमस्कार करन केबा लागा, “यहूदियाँ का राजा की जे हो।”
अन वाँको दोसपतर लिकन वाँका ऊपरे लगा दिदो, “यहूदियाँ को राजा।”
पछे मुक्य याजकाँ वींपे नरई दोस लगाया।
पिलातुस वाँने पूँछ्यो, “कई, थें छावो हो के, मूँ थाँका वाते यहूदियाँ का राजा ने छोड़ दूँ?”
परमेसर का हामे, जी हाराई ने जीवन देबावाळा हे अन पिलातुस का हामे, हिम्मत का हाते आपणाँ विस्वास ने बताबावाळा ईसू मसी में, मूँ थने आग्या दूँ हूँ के,