17 पछे वाँ ईसू ने दरबारी गाबा पेराया अन काँटा को एक मुकट बणान वींका माता पे मेल दिदो।
पछे सपायाँ वींने रोम का राजपाल के मेल की गवाड़ी में लेग्या। अन लारे का सपायाँ की पुरी फोज बला लिदी।
पछे वींकी रोळ करबा के वाते नमस्कार करन केबा लागा, “यहूदियाँ का राजा की जे हो।”
तद्याँ दरबार हेरोदेस आपणाँ सपायाँ का हाते मलन बुरा वेवार करन वींकी रोळ किदी अन वींने जामूणिया रंग का गाबा पेरान वींने पिलातुस का नके पाछो खन्दा दिदो।