41 वो तीजी दाण पाछो आन वाँने क्यो, “कई, थें अबाणू भी हुता अन रियाम्बो लेरिया हो? बेस, वा घड़ी आ पूगी हे, जदी मनक को पूत(ईसू) धोकाऊँ पकड़ान पाप्याँ का हाताँ में हूँप्यो जाई।
अस्यो एक भी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो कई, जिंने थाँका बड़ाबा ने हतायो? वाँकाणी तो वाँने भी मार नाक्या, ज्याँकाणी नरई दनाँ पेल्याँईं वीं धरमी के आबा की घोसणा कर दिदी ही, जिंने अबे थाँकाणी छळ करन पकड़वा दिदो अन मार दिदो।