वो तीजी दाण पाछो आन वाँने क्यो, “कई, थें अबाणू भी हुता अन रियाम्बो लेरिया हो? बेस, वा घड़ी आ पूगी हे, जदी मनक को पूत(ईसू) धोकाऊँ पकड़ान पाप्याँ का हाताँ में हूँप्यो जाई।
आपाँ जाणा हे के, नेम ज्यो कई केवे हे, वाँने केवे हे ज्यो नेमा का बंस में हे। अणीऊँ हाराई का मुण्डा बन्द किदा जा सके अन हारी दनियाँ परमेसर का दण्ड के जोगी वे।