25 थाँने हाँची केऊँ के, अबे मूँ वीं दन तईं अंगूरा को रस ने छाकूँ, जदी परमेसर का राज में नवा अंगूरा को रस ने पीऊँ।”
थाँने हाँची केऊँ के, अबे मूँ वीं दन तक अंगूरा को रस ने छाकूँ, जद्याँ तईं थाँका हाते आपणाँ बाप का राज में नुवो ने पीऊँ।”
जदी ईसू क्यो, “ओ मारो लुई हे, यो परमेसर का नवा करार की हेन्याणी हे, ज्यो घणा जणा के वाते वेवाड़्यो ग्यो हे।
तद्याँ एक भजन गान वीं हाराई जेतुन का मंगरा पे पराग्या।