पछे जटे भी वो घर मयने जावे, वीं घर का मालिक ने केज्यो, ‘गरुजी क्यो हे जीमणा वाते माँको ओवरो कटे हे, जटे मूँ आपणाँ चेला की लारे फसे का तेवार को जीमणो कर सकूँ।’
वे वटे आन ऊपरे एक ओवरा में ग्या, जटे वे रेता हाँ, वाँका में पतरस, यहुन्नो, याकूब, अन्दरियास, फिलिपुस, थोमो, बरतुलमे, मत्ती, हलफई को छोरो याकूब, देसभगत समोन अन याकूब को बेटो यहूदो।
पण परमेसर की पाकी नीम हाले कोयने, जिंपे आ छाप लागरी हे के, “परबू आपणाँ मनकाँ ने जाणे हे,” अन, “ज्यो कुई परबू को नाम लेवे हे, वींने बुरा कामऊँ बच्यो तको रेणो छावे।”