“मूँ थाँने सान्ती देन जारियो हूँ, आपणी खुद की सान्ती थाँने देवूँ हूँ। दनियाँ देवे हे वस्यान मूँ थाँने ने देवूँ हूँ। थाँको मन दकी ने वेवे अन ने थाँ दरपे।
अन एक-एक बचन ने हव तरियऊँ साबत करन हमजातो हो के, मसी को अस्यान दुक जेळणो अन मरिया तकाऊँ जीवतो वेणो जरूरी हो, अन ईसू, जिंको मूँ थाँने हव हमच्यार हुणारियो हूँ, वोईस मसी हे।