34 ओ अस्यानीस हे, जस्यान कुई मनक कस्यी यातरा पे जातो तको आपणाँ नोकराँ ने आपणो घर हूँप जावे, अन हारा ने न्यारो-न्यारो काम हूँप दे अन चोकीदार ने ओ हुकम दे के, वो जागतो रेवे।
ईं वाते हो विस्वासी भायाँ विस्वास में बना आगा-पाछा व्या गाटा बण्या तका रेवो अन परबू को काम करबा वाते खुद ने त्यार राको, काँके थाँ तो जाणो हो के, परबू वाते किदो ग्यो काम बेकार ने वे जावे।
“फिलोदेलफीया की मण्डली का दुताँ ने ओ लिक। वीं ज्यो पुवितर अन हाँचा हे अन जिंका नके दाऊद राजा का नगर की कुस्याँ हे अन वो जणी बारणा ने खोले हे वींने कुई भी जड़ ने सके अन जिंने वो जड़ हे वींने कुई खोल ने सके। ओ अस्यान केवे हे के,