जद्याँ हेरोदेस यो देक्यो के, ज्योतिसी माराज वींकी लारे धोको किदो हे, तो वो रीस में आग्यो अन आदेस देन मनकाँ ने खन्दान, ज्योतिसी माराज क्यो वीं टेम के, लगे-भगे का जनम्याँ बेतलेम अन वींकी अड़े-भड़े का गामड़ा का हाराई दो वर तईं का बाळकाँ ने मरबा नाक्या।
ईसू ने परमेसर आपणी पाक्की ओजणा अन पेली का ग्यानऊँ होच-हमजन थाँने हूँप्यो अन थाँकाणी वींने नीच मनकाँ का हाताँ में पकड़वान हूळी पे खीलाँ ठुकवान मरवा नाक्यो।
अस्यो एक भी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो कई, जिंने थाँका बड़ाबा ने हतायो? वाँकाणी तो वाँने भी मार नाक्या, ज्याँकाणी नरई दनाँ पेल्याँईं वीं धरमी के आबा की घोसणा कर दिदी ही, जिंने अबे थाँकाणी छळ करन पकड़वा दिदो अन मार दिदो।