मरिया तका जीवता वेन उठबा का बारा में थाँकाणी मूसा की किताब में जटे हळगता तका झाड़क्याँ का बारा में लिक्यो हे, कई थाँ वो ने भण्यो? वटे परमेसर मूसा ने क्यो हो, ‘मूँ अबराम को परमेसर हूँ, इसाक को परमेसर हूँ अन याकूब को परमेसर हूँ।’
हो मारा प्यारा भायाँ, अबे आपाँ परमेसर का बेटा-बेटी हाँ, पण आबावाळी टेम में आपाँ कई वेवा, ईंका बारा में आपाँने ग्यान ने दिदो ग्यो हे, पण छावे ज्यो भी वे, आपाँ ओ जाणा हाँ के, जद्याँ मसी पाच्छा परगट वेई, तद्याँ आपाँ वींके जस्यान वे जावाँ, काँके जस्यान वो हे, वस्यानीस आपाँ वींने देकाँ।