19 “ओ गरुजी, मूसे ओ नेम लिक्यो हे, ‘जदी किंको भई मर जावे अन वींकी लुगई के छोरा-छोरी ने वे, तो वींका भई वींऊँ ब्याव करले अन पछे आपणाँ भई का बंस ने आगे बड़ावे।’
एकदाण की बात हे एक जगाँ हात भई हा। हारऊँ मोटे भई ब्याव किदो अन बना छोरा-छोरी वींयाईं मरग्यो।
ईं तरिया वी पाच्छा जीवता वेबा का केड़े वा लुगई किंकी लुगई बणी, काँके वाँ हातई भायाँ की लुगई बण चुकी ही।”