जद्याँ ईसू यो हुण्यो तो अचम्बा में पड़न आपणाँ पाच्छे आरिया हा वाँने क्यो, “मूँ थाँने हाचेई कूँ हूँ के, में अस्यो विस्वास इजराएल का मनकाँ में भी ने देक्यो।”
ईं वाते हो मारा भायाँ, मूँ थाँने परमेसर की दया की आद अवाड़न थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ के, थाँ थाँकी देह ने जीवता अन पुवितर बलीदान का रूप में परमेसर ने राजी करबा का वाते दिदो। आ थाँकी आत्मा की हाँची सेवा हे, जिंने थाँने करणी हे।
किंकी भी उदारी हे तो वींने चुका दो, अन ज्यो कर थाँने देणो हे वो दिदो। किंको जद्याँ हाँसल निकळे, तो वींने दिदो। जणीऊँ दरपणो छावे, वणीऊँ दरप। जिंको आदर करणा छावे, वींको आदर कर।
थाँका देह का अंग ने अधरम का सादन वेबा वाते पाप का हाताँ में मती दिज्यो, पण मरिया तका मेंऊँ जी उटबावाळा के जस्यान परमेसर का हाताँ में दिज्यो। अन थाँकी देह का अंगा ने धारमिकता का सादन वेबा वाते परमेसर ने हूँप दो।