9 वे मनक ज्यो आगे हा अन ज्यो पाच्छे हा, बोलरिया हा, “परमेसर की जे हो, परबू का नामऊँ आबावाळा राजा ने परमेसर आसिरवाद दे।
जीं मनक आगे हा अन जीं पाच्छे हा वीं केरिया हा, “दाऊद का वंसज ने होसाना। धन्न हे वाँने जी परबू का नामऊँ आवे हे, हरग में होसाना।”
मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, अबेऊँ जद्याँ तईं थाँ ने केवो के, ‘धन्ने हे वीं, ज्यो परबू का नामऊँ आवे हे, तद्याँ तईं मने पाछो कदी ने देको।’ ”
घणा मनक वाँकी आवभगत करबा का वाते आपणाँ गाबा गेला में बसा दिदा अन घणा जणा खेताँऊँ डाळ्याँ काटन वटे नाक दिदी।
ईं वाते वीं खजुर की डाळ्याँ लिदी अन वाँकाऊँ मलबा ने निकल्या, अन केबा लागा, “परमेसर की मेमा वेवे, परबू का नामऊँ आबावाळा ने परमेसर आसीस देवे। इजराएल का राजा ने परमेसर आसीस देवे।”
पण, वीं ओरी ज्योरऊँ हाको करन क्यो, “ईंने मारी नाको, ईंने मारी नाको, ईंने हूळी पे चड़ई दो।” पिलातुस वाँने क्यो, “कई थाँ छावो हो के, मूँ थाँका राजा ने हूळी पे चड़ई दूँ?” मुक्य याजकाँ जबाव दिदो, “रोमी राजा ने छोड़न माँको कुई दूज्यो राजा कोयने हे।”