तो थाँ काँ ग्या? कई कणी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा ने देकबाने? हाँ, मूँ थाँकाऊँ कूँ हूँ के, जिंने थाँ देक्यो हे वो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळाऊँ भी मोटो हे।
हेरोदेस यहुन्नाऊँ दरपतो हो, काँके हेरोदेस जाणतो हो के, यहुन्नो एक खरो अन भलो मनक हो, ईं वाते वो ईंको बचाव करतो हो। हेरोदेस ने यहुन्ना की बाताँ हुणन घबरावणी वेती ही, पण वीं बाताँ वींने घणी भाती भी ही।
वी दाण मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन मुक्य याजकाँ वींने पकड़णो छारिया, काँके वीं हमजग्या हा के, वणी माकाँ उपरेईस या केणी की हे। पण, वीं लोग-बागऊँ दरपग्या हा।
ईं वाते मन्दर का पेरादाराँ का मुक्यो आपणाँ सपायाँ की लारे वटे ग्यो अन थरप्या तका ने बना लड़ई-जगड़ा किदाई लेन आयो, काँके वाँने दरपणी ही के कटई लोग-बाग भाटा ने फेकबा लाग जा।