31 वीं एक-दूजाऊँ बात-बच्यार करबा लागा, “आपाँ कई केवाँ? जदी आपीं ओ केवाँ के, ‘ओ हक वींने परमेसरऊँ मल्यो हे’, तो पछे वो केई, ‘थाँकाणी यहुन्ना पे विस्वास काँ ने किदो?’
वीं एक-दूजाऊँ केबा लागा, “आपीं रोट्याँ ने लाया ईं वाते वो अस्यान केवे हे।”
मने जबाव दो, ज्यो बतिस्मो यहुन्नो देतो हो, वो हक वींने कटूँ मल्यो परमेसरऊँ कन मनकाऊँ?”
पण, जदी आपाँ अस्यान केवाँ, ‘वो मनकऊँ मल्यो हो’, तो लोग-बाग आपाँ पे रिस्याँ बेळी।” वीं लोगाऊँ घणा दरपता हा, काँके हारई जणा ओ मानता हा के, यहुन्नो सई में एक परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो।
यहुन्ने वींका बारा में गवई दिदी अन हेलो पाड़न क्यो के, “यो वोईस हे, जिंको बखाण में किदो हे के, ‘ज्यो मारा पाच्छे आरियो हे, वो माराऊँ मोटो हे, काँके वो मारा जनमबा के पेल्याँई मोजुद हो।’”
आगले दन यहुन्ने ईसू ने आपणाँ आड़ी आवता तका देकने क्यो, “ओ परमेसर को उन्यो हे, ज्यो दनियाँ का लोगाँ का पापाँ ने आपणाँ ऊपरे ले लेई।
में अणा बाताँ ने वेती तकी देकी अन गवई दूँ हूँ के, ‘ओईस परमेसर को पूत हे।’”
अन वणी ईसू ने देकन ज्यो वाँका नकेऊँ जारियो हो क्यो, “देको, ओ परमेसर को उन्यो जारियो हे।”