30 मने जबाव दो, ज्यो बतिस्मो यहुन्नो देतो हो, वो हक वींने कटूँ मल्यो परमेसरऊँ कन मनकाऊँ?”
पछे ईसू वाँने क्यो, “मूँ थाँने एक बात पूँछू हूँ, जदी थाँकाणी मने जबाव दे देवो, तो मूँ भी थाँने बता देऊँ के, मूँ ओ काम किंका हकऊँ कररियो हूँ।
वीं एक-दूजाऊँ बात-बच्यार करबा लागा, “आपाँ कई केवाँ? जदी आपीं ओ केवाँ के, ‘ओ हक वींने परमेसरऊँ मल्यो हे’, तो पछे वो केई, ‘थाँकाणी यहुन्ना पे विस्वास काँ ने किदो?’
मूँ थाँने बताऊँ, एलियो आग्यो हे अन लोग वस्यानीस किदो जस्यान वीं छाता हा, अन वस्यानीस जस्यान परमेसर का बचना में लिक मेल्यो हे।”
ईं वाते मूँ थाँने केवूँ के, अणा मनकाँ का विरोद में कई मत करो आने अस्यानीस छोड़ दो। यद्याँ आका ईं काम अन ओजणा मनकाँ की आड़ीऊँ हे तो वे वस्यानीस खतम वे जाई,