27 एक दाण पाच्छा वीं यरूसलेम आया। ईसू जदी मन्दर का चोक में फररिया हा, तो खास याजकाँ, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन दाना यहूदी नेता हारई वाँका नके आया।
अन पूँछ्यो, “थने ओ काम करबा को कई हक हे? ओ हक थने कूण दिदो?”
फसे को अन बना हाज्या की रोट्याँ का तेवार के दो दन पेल्याँ की बात हे, मुक्य याजकाँ अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा एक असी जाळ वसारिया हा। जींऊँ वे ईसू ने ईं जाळ में नाकन बंदी बणान मार सके।
ईसू मन्दर में सुलेमान का बणाया तका बरामदा में गुमरिया हा।
ईसू वाँने क्यो, “में हाराऊँ खुलन बाताँ किदी। में परातना घर अन मन्दर में, जटे हारई मनक भेळा व्या करता हा। वटे हरदाण हिक दिदी अन छाने कई भी ने क्यो।