10 आपणाँ बड़ाबा दाऊद को राज आरियो हे, वीं राज ने परमेसर आसिरवाद दे। हरग में परमेसर की जे हो।”
जीं मनक आगे हा अन जीं पाच्छे हा वीं केरिया हा, “दाऊद का वंसज ने होसाना। धन्न हे वाँने जी परबू का नामऊँ आवे हे, हरग में होसाना।”
अन आपणाँ-आपणाँ मन में यो ने होचो के, ‘आपीं अबराम का बंसज हा’ काँके, मूँ थाँकाणी केवूँ हूँ के, परमेसर अबराम का वाते अणा भाटाऊँ भी बाळक पेदा कर सके हे।
“हरग में परमेसर की बड़ई अन धरती पे वाँ मनकाँ ने सान्ती मले, ज्याऊँ वो राजी हे।”