28 पछे पतरस वाँने केबा लाग्यो, “देको, माँकाणी तो हारोई छोड़न थाँरा पाच्छे वेग्या हाँ।”
वीं तरत आपणाँ जाळ वटेई छोड़न ईसू का लारे वेग्या।
अन वीं तरत नाव अन आपणाँ बापू जब्दी ने वटेई छोड़न वींका पाच्छे वेग्यो।
पछे जद्याँ वीं एकला हा, तो वींका बाराई चेला की लारे दूजाँ ज्यो अड़े-भड़े लोग-बाग वाँका नके आया। वाँ हंगळा जणा वींने केणी का बारा में पूँछ्यो।
अणी तरियाँ थाँकामूँ कुई भी ज्यो आपणी हारी चिजाँ ने ने छोड़ देवे, मारो चेला ने वे सके हे।