25 जस्यान ऊँट हुई का नाका मेंऊँ ने निकळ सके, वस्यानीस रिप्यावाळा को परमेसर का राज में जाणो घणो दोरो हे।”
हो आंदा अगुवाँ, थाँ आपणाँ पाणी मेंऊँ माछर ने तो काड़ दो हो, पण ऊँट ने खा जावो हो।
वाँने ओरी घणो अचम्बो व्यो अन वे हारई एक-दूँजा ने पूँछबा लागा, “तो पछे कूण बंचायो जाई?”
जस्यान ऊँट हुई का नाका मेंऊँ ने ने निकळ सके, वस्यानीस रिप्यावाळा को परमेसर का राज में जाणो घणो अबको हे।”