ईसू गुस्सा में हा जद्याँ वणा च्यारूँमेर वाँने देक्या, पण वीं वाँकी बुरई अन हठ ने देकन घणा दकी व्या। पछे वीं मनकऊँ क्यो, “थारो हात लाम्बो कर।” वणी हात लाम्बो किदो अन वींको हात हव वेग्यो।
हो विस्वासी भायाँ, अबे थोड़ोक होचो के, जद्याँ परमेसर थाँने बलाया हा तो थाँकामूँ नरई तो ने सांसारिक देकणी में विदवान हा अन नेई तागतवर। थाँकामूँ नरई की तो समाज में कई जगाँ भी ने ही।
हो लाड़ला भायाँ, ध्यानऊँ हुणो। कई परमेसर वाँने ने चुण्या ज्यो ईं दनियाँ की देकणी में गरीब हे, जणीऊँ वीं विस्वास का धनी वेजावे अन वीं वणी राज का हकदार बणे, जिंने परमेसर आपणाँऊँ परेम करबावाळा ने देबा को वादो किदो हे।
हो कुकरमी लोगाँ, कई थाँ ओ ने जाणो हो के, ईं दनियाऊँ भईच्यारो राकणो परमेसरऊँ दसमणी राकणी वेवे हे? ईं वाते जो दनियाऊँ भईच्यारो राके हे, वो खुद ने परमेसर को दसमण बणावे हे।