“ओ कपटी, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थाँ मनकाँ का वाते हरग का राज को बारणो बन्द करो हो, ने तो थाँ खुद परवेस करो हो अन ने वींमें परवेस करबावाळा ने परवेस करबा देवो हो।
पछे ईसू वीं जगाँ ने छोड़ दिदी अन यहूदियाँ का हिमाड़ा में यरदन नंदी का ईं पाल्डे आग्या। भीड़ च्यारूँमेरऊँ वाँका नके आबा लागी अन वो रोज उपदेस देतो, वस्यान देबा लागो।