अन जदी ईसू निकळन गेला में जारिया हा, तो एक मनक वाँका आड़ी दोड़तो तको आयो, अन वाँका हामे गोडा टेकन क्यो, “ओ हाँचा गरुजी, अनंत जीवन पाबा का वाते मने कई करणो छावे?”
काँके हाराई दान वरदान अन हव ईनाम उपरेऊँईस मले हे अन ईं उजिता का परमेसरइस देवे हे जणी हरग ने बणाया हे, ज्यो कदी बदल कोयने, अन वींमें बदलती दसा का वजेऊँ आबावाळी काळी छाया भी कोयने हे।
जस्यान को परेम परमेसर आपाऊँ राक्यो हे वींने आपाँ जाणा हाँ अन आपाँ वींमें विस्वास भी किदो हे। परमेसरइस परेम हे। ज्यो भी मनक परेम करे हे वो वींमें बण्यो तको रेवे हे अन परमेसर वींमें वास करे हे।