ईसू गुस्सा में हा जद्याँ वणा च्यारूँमेर वाँने देक्या, पण वीं वाँकी बुरई अन हठ ने देकन घणा दकी व्या। पछे वीं मनकऊँ क्यो, “थारो हात लाम्बो कर।” वणी हात लाम्बो किदो अन वींको हात हव वेग्यो।
पण, ईसू पाच्छे फरन आपणाँ चेला ने देक्या अन पतरस ने तापड़ता तका बोल्या, “सेतान, माराऊँ छेटी वेजा। थाँरो होचणो परमेसर का आड़ीऊँ कोयने, पण मनकाँ का जस्यान हे।”
अन थाँ तो वाँ परमेसर का वादो जो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा किदो अन वीं करार का वारिस हो, जो परमेसर थाँका बड़ाबा का लारे किदो हो। वणी अबरामऊँ क्यो हो, “थारी ओलादाँऊँ धरती का लोग आसीस पाई।”
जद्याँ तईं हव हमच्यार को सवाल हे वीं थाँका नफा में परमेसर का दसमण हे, पण जद्याँ तईं परमेसर का हाताऊँ चुण्या जाबा की बात हे, तद्याँ वीं वाँका बड़ाबा का वजेऊँ परमेसर का लाड़ला हे।
काँके अस्यो धणी ज्यो विस्वास ने राके हे, वो आपणी विस्वासी लुगई का मस परमेसर ने भावे हे अन अस्यी लुगई ज्या विस्वास ने राके हे, वाँ आपणी विस्वासी धणी का मस परमेसर ने भावे हे, ने तो थाँकी ओलाद असुद वेती, पण अबे तो वीं पुवितर हे।
मूँ थाँरा हाँचा विस्वास ने भी आद करूँ हूँ, अस्यान कोईस विस्वास थाँरी नानी लोइस अन थाँरी बई युनीके में हो, अन मूँ ईं बात वाते पाको हूँ के, वोईस विस्वास थाँरा में भी हे।