यो वोईस हे, जिंका बारा में पुवितर सास्तर में लिक्यो हे के, “देक, मूँ आपणाँ दूत ने अदिकार का हाते थाँरा आगे खन्दाऊँ हूँ, ज्यो मनकाँ का मन ने थाँरा वाते त्यार करी।”
मनक का पूत ने तो मरणोइस हे, जस्यान वाँका वाते लिक्यो हे, पण ज्यो मनक का पूत ने पकड़ाई, वींका वाँते घणी दुक बात वेई। वीं मनक के वाते आ बात घणी हव वेती, जदी वो जनमई ने लेतो।”