35 ईसू हारई नगराँ अन गामाँ में जाता अन वाँका परातना घर में हिकाता रिया अन परमेसर का राज का हव-हमच्यार को परच्यार करता रिया अन हारी मांदकी अन कमजोरियाँ ने छेटी करता रिया।
आन्दा पाच्छा देकबा लागा हे अन लंगड़ा चालबा-फरबा लागा हे, कोड़्या को कोड़ हव वेरियो हे अन बेरा हुणरिया हे अन मरिया तका जीवता वेरिया हा। अन दकी अन गरीब मनकाँ ने हव हमच्यार हुणायो जारियो हे।
वो गाम, सेर अन वस्ती में कटे भी जातो हो, तो लोग-बाग आपणाँ माँदा मनकाँ ने बजार का चोगान में राक देता अन वींऊँ परातना करता तका केता के, वो आपणाँ गाबा को एक कोर भी वाँके अड़ाबा दे। तो ज्यो भी वीं कोर के अड़ता, वे हंगळा हव वे जाता।
ईसू नासरी का बारा में थाँ तो जाणो हो, परमेसर पुवितर आत्मा अन सगतिऊँ वींको तलक कस्यान किदो हो। वणी हव काम किदा अन सेतानऊँ दकी हारई जणा ने हव करतो तको च्यारूँमेर कस्यान गुमतो हो, काँके परमेसर वाँकी लारे हो।
“ओ इजराएल का लोगाँ, आ बाताँ हुणो, परमेसर, ईसू नासरीऊँ अनोका काम, परच्या अन हेन्याण्याँ करान ओ साबत किदो के, वणा वींने थाँका वातेईस खन्दायो हे, जो थाँके गाबे व्यो हे अन थाँ खुद भी जाणो हो।