हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
पण, वो बारणे जान चोड़े-धाड़े ईं बात को परच्यार करबा लागो। ईं वाते ईसू कदी नगर में चोड़े-धाड़े ने जा सक्या, पण वीं हून्नी जगाँ में रेरिया हा अन मनक हर कटूँई वाँका नके आता रिया।
राजा हेरोदेस ने आ बात को पतो लागग्यो काँके, ईसू को नाम हंगळी जगाँ फेलग्यो हे। कुई मनक तो केरिया हा, “बतिस्मा देबावाळो यहुन्नो मरिया तका मूँ पाछो जीवतो वेग्यो हे। ईं वाते वींमें ईं सगत्याँ चमत्कार कररी हे।”
राजा अग्रिपा के हामे भी मूँ बना दरप्या बोलरियो हूँ, काँके वो अणा बाताँ ने जाणे हे अन मने विस्वास हे के, अणा बाताँ में कई हप्यो तको ने हे, काँके ईं बाताँ कस्या खुणा में ने वीं हे।