25 पण जद्याँ लोगाँ की भीड़ ने बारणे काड़ दिदी, तो ईसू में जान बाळकी को हात पकड़क्यो अन जीवती वेगी।
तो ईसू वाँका नके ग्या अन हात पकड़न वाँने बेटा किदा, तो तरत वाँको ताव उतरग्यो अन वीं वाँकी सेवा-चाकरी करबा लागग्या।
वणा बाळकी को हात पकड़न क्यो, “तलीता कोम।” ईंको मतलब हे “नानी बाळकी मूँ थने कूँ हूँ, थूँ ऊबी वेजा।”
वणा आन्दा मनक को हात पकड़्यो अन वींने गाम का बारणे लेग्या। वणा वींकी आक्याँ पे थूँक्यो। आपणो हात वींपे मेल्यो अन वींने पूँछ्यो “कई, थने दिकरियो हे?”
पछे ईसू छोरा ने हातऊँ पकड़न बेटो किदो। तो वो ऊबो वेग्यो।
पण ईसू वींको हात पकड़्यो अन जोरऊँ क्यो, “हे बेटी उटी वे।”