24 जद्याँ ईसू क्यो, “छेटी वे जावो, बाळकी मरी कोयने हे, वा तो हूँ री हे।” ईं बात पे वीं मनक वींकी रोळ करबा लागा।
ईं बात पे वाँ लोगाँ वींकी रोळ किदी। पछे वणा हंगळा लोगाँ ने बारणे खन्दा दिदा अन बाळकी का बई-बापू अन आपणाँ तीन चेला ने लेन वीं ओवरा में ग्या, जटे बाळकी ही।
अणी बातऊँ मनक वाँकी मजाक करबा लागा। काँके लोग जाणता हा के, वाँ मरगी हे।
ओ हुणन ईसू क्यो, “या मांदकी लाजर के मरबा की ने, पण परमेसर की मेमा का वाते हे, काँके वणीऊँ परमेसर का बेटा की मेमा वेई।”
पण पोलुस रेटे आन वींने बाँत में लिदो अन क्यो, “घबरावो मती, काँके ईंको जीव ने निकळ्यो हे”
पतरस हारई जणा ने बारणे खन्दान गोडा टेकन परातना किदी। पछे वीं लास दयने देकन क्यो, “हे तबीता, ऊबी वेजा।” वा आपणी आक्याँ खोलन पतरस ने देकती तकी उटी वेगी।