हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
जद्याँ ईसू यो हुण्यो तो अचम्बा में पड़न आपणाँ पाच्छे आरिया हा वाँने क्यो, “मूँ थाँने हाचेई कूँ हूँ के, में अस्यो विस्वास इजराएल का मनकाँ में भी ने देक्यो।”
जद्याँ दन आत ग्यो तद्याँ ईसू का नके मनक नरई मनकाँ ने लाया ज्यामें हुगली आत्मा ही अन ईसू वणा हारई आत्माने आपणाँ बचनऊँ काड़ दिदी अन हाराई माँदा मनकाँ ने हव किदा।