हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
ईं वाते अबे मसी में ने कुई युनानी कन यहूदी, खतनावाळा कन बना खतनावाळा, ने जंगली हाव-भाव, ने बना अकल अन ने गुलाम कन आजाद, रियो हे। अणामें कई फरक ने रियो हे बेस मसीइस हारोई हे अन अणा हाराई में भी वींइस हे।
जणा दास का मालिक विस्वासी हे, वीं ईं वजेऊँ के, वाँका मालिक विस्वासी हे, वाँको मान-समान करणो कम मती करज्यो, पण वाँने तो वाँके मालिक की हेली सेवा करे, काँके वाँका काम को नफो ज्याँने मलरियो हे वीं विस्वासी हे, ज्याँने वीं परेम करे हे। ईं बाताँ थूँ लोगाँ ने करबा का वाते के अन हिका।