15 ईसू वाँके हात अड़ायो अन तरत वाँको ताव उतरग्यो, अन वीं उटन वाँकी सेवा-चाकरी करबा लागग्या।
अन वाँकाऊँ परातना करबा लागा के, वो वाँने आपणाँ गाबा का पल्ला की कोर के अड़बा दो अन जतरा भी अड्या, वीं हाराई हव वेग्या।
ईसू ने वाँका पे दया अई अन वाँकी आक्याँ पे हात अड़ायो। वीं तरत देकबा लागा अन ईसू का पाच्छे चालबा लागा।
जद्याँ ईसू पतरस का घरे आया तो देक्यो के, पतरस का हवजी ने ताव आरियो जणीऊँ वीं माचा में हुता हा।
जद्याँ दन आत ग्यो तद्याँ ईसू का नके मनक नरई मनकाँ ने लाया ज्यामें हुगली आत्मा ही अन ईसू वणा हारई आत्माने आपणाँ बचनऊँ काड़ दिदी अन हाराई माँदा मनकाँ ने हव किदा।
ईंपे ईसू हात लाम्बो करन वींके अड़ायो अन क्यो, “मूँ छावूँ हूँ के, थाँरो कोड़ जातो रे अन तरत वींको कोड़ जातो रियो।”
अन देको एक लुगई जिंके बारा सालऊँ परदा को रोग हो। पाच्छेऊँ आन ईसू का गाबा की कोर के अड़गी।
तद्याँ ईसू वाँकी आक्याँ के हात अड़ान क्यो, “थाँको विस्वास जस्यो हे वस्यानीस थाँका वाते वेवे।”
पछे ईसू अन वींका चेला परातना घरऊँ निकळन याकूब अन यहुन्ना की लारे समोन अन अन्दरियास का घरे ग्या।
वींने वींका पे दया अई अन वणा आपणो हात लाम्बो करन वींके अड़ायो अन क्यो, “मूँ छावूँ के, थूँ हव वेजा।”
पण ईसू वींको हात पकड़्यो अन जोरऊँ क्यो, “हे बेटी उटी वे।”