“ओ कपटी, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थाँ मनकाँ का वाते हरग का राज को बारणो बन्द करो हो, ने तो थाँ खुद परवेस करो हो अन ने वींमें परवेस करबावाळा ने परवेस करबा देवो हो।
“वीं आपणाँ हाराई काम लोगाँ ने बतावा का वाते करे हे। वीं हात अन माता पे बांदबा वाळा आपणाँ ताबीजा ने जिंमें वीं सास्तर ने लिकता हा, वाँने मोटा करे हे अन आपणी जोळ्या ने वदावे हे। ताँके मनक वाँने धरमी हमजे।
ईंपे ईसू वाँने क्यो, “थाँ अस्या लोग-बाग हो, जी मनकाँ का हामे आपणाँ खुद ने धरमी बतावे हे, पण परमेसर थाँका मन ने जाणे हे। मनक जिंने मोटा हमजे हे, वो परमेसर की देकणी में कई ने हे।
जद्याँ पतरस ओ देक्यो, तो वो लोग-बागाँ ने केबा लागो, “ओ इजराएल का लोग-बागाँ, थाँ ईं बात पे अचम्बा में काँ आरिया हो? अन अस्यान घूर-घूरन माकाँ दयने काँ ताकरिया हो, जस्यान के माँ ईं मनक ने आपणी तागत अन भगतीऊँ चालतो-फरतो किदो हे?
ज्यो मनक आपणी देह का रूप में हव दिकावो करे हे वीं थाँका पे खतनो कराबा को जोर देवे हे। वीं यो बेस ईं वाते करे हे के, वीं मसी की हूळी का परच्यार का मस हताया ने जावे।
काँके परमेसर अन्यायी ने हे, के थाँका काम अन वीं परेम ने भुल जावे, ज्यो थाँ वींका नाम का वाते बतायो हे के, थाँ पुवितर लोगाँ की सेवा-चाकरी किदी अन कररिया हो।