पण मूँ थाँकाऊँ यो केवूँ हूँ के, कणी बुरई करबावाळा का हाते बुरई मती करो, पण ज्यो कुई थाँका जीमणो गाल्डा पे रेपट मारे, तो वाँकी आड़ी दूज्यो गालड़ो भी कर देज्यो।
अन यद्याँ कुई हमजे के, मूँ आपणी हगई वीं तकी वीं मोट्यार कुँवारीऊँ ब्याव ने करन हव ने कररियो हूँ अन यद्याँ वाँकी वासना की भावना वेरी वे तो वाँने ब्याव कर लेणो छावे, ईंमें पाप ने हे।