29 यद्याँ थाँकी जीमणी आँक थाँने पाप में नाके, तो वींने काड़न फेंक दे, काँके थाँका वाते यो हव हे के, थाँका अंग मूँ एक नास वे जावे अन थाँको पूरो सरीर नरक में ने नाक्यो जई।
वाँकाऊँ मती दरपो, ज्यो बेस थाँने मार कर सके हे पण थाकी आत्माने नास ने सके हे, बेस वीं परमेसरऊँ दरपज्यो ज्यो सरीर अन आत्मा दुयाँ ने नरक में नाकन नास कर सके हे।
काँके कुई गतराड़ा अस्या हे, ज्यो माँ का गरबऊँ ईंस अस्या जनम्याँ। अन कुई गतराड़ा अस्या हे, ज्याँने मनकाँ बणाया अन कुई गतराड़ा अस्या हे, जणा हरग का राज का मस ब्याव ने करबा को फेसलो किदो हे। ज्यो ईं बचन ने गरेण कर सके हे, वीं गरण करले।”
“ओ कपटी मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थाँ एक जणा ने आपणाँ आड़ी लाबा का वाते रात-दन एक कर देवो हो। जद्याँ वो थाँका आड़ी आ जावे हे तो वींने आपणाँऊँ हेलो हुगलो बणा देवो हो।
पण मूँ थाँकाऊँ यो केऊँ हूँ के, ज्यो कुई आपणाँ भई पे रीस करी, वो सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने बेजत करी वींने मोटी सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने हराप देवे हे, वो नरक की वादी के जोगो वेई।
यद्याँ थारो जीमणो हात थाँने पाप में नाके, तो वींने काटन फेंक दो, काँके थाँका वाते यो हव हे के, थाँका अंगा मूँ एक नास वे जावे, अन थाँको आको सरीर नरक में ने नाक्यो जावे।
काँके आपाँ ओ जाणा हा के, आपाँ आपणो पुराणो जीवन ईसू का हाते हूळी पे चढा दिदो हो, ताँके पापऊँ भरी आपणी देह नास वे जावे। अन आपाँ आगे पाप का दास ने बण्या रे सका।
पण मूँ आपणी देह ने घणी मेनत करान खुद का क्या में राकूँ हूँ, ताँके कटे अस्यान ने वे जावे के, दूजाँ का उपदेस देयाँ केड़े मूँ परमेसर का आड़ीऊँ बेकार मान्यो जाऊँ।